Climate Emergency In India | इंडिया क्लाइमेट एमरजैंसी में है|

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भारत एक क्लाइमेट एमरजैंसी में है

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दिल्ली में इतना गर्मी है कि पैरों में रहने वाले पक्षियों भी मार रहे हैं और दिल्ली के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं और दिल्ली की लोग 50 डिग्री तापमान से भी लड़ रहे हैं आसमान से मानो आग ही बरस रहा है इतना गर्मी हो रहा है दिल्ली में दूसरी तरफ पानी खत्म होने की कगार में है बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं दिल्ली के लोग लेकिन दिल्ली में तो राजनीति का खेती ही चल रहा है जो कि बड़े-बड़े नेता लोग दिल्ली में ही रह रहे हैं प्राइम मिनिस्टर Home Minister chief minister जितने भी बड़े-बड़े नेता लोग हैं उन सब का डेरा दिल्ली में ही है फिर भी दिल्ली में इतना इमरजेंसी क्यों क्योंकि नेता लोग अपना राजनीति करने के पीछे भाग रहे हैं और इधर दिल्ली के लोग बढ़ते गर्मी और टेंपरेचर की वजह से अपने जान गवा रही है दिल्ली में लगभग 5 करोड लोग रहते हैं पापुलेशन में कमी तो नहीं होगी लेकिन आने वाले जनरेशन को दिक्कत उठानी पड़ेगी दिल्ली में अगर ऐसा हल चला रहा तो

 
दिल्ली:- का इतना खराब सिचुएशन है कि लोगों की घर का ऐसी और गाड़ियों में आग लग रही है इस गर्मी की टेंपरेचर बढ़ने की वजह से आप लोग यह मत समझ लेना कि सिर्फ दिल्ली में इमरजेंसी है दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश एमरजैंसी सिचुएशन से झुलस रही है

पंजाब दिल्ली हरियाणापंजाब दिल्ली हरियाणा उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश बिहार और राजस्थान में कई जगह तो मैक्सिमम टेंपरेचर हर दिन 45 से 50 डिग्री के बीच में रहता है उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश बिहार और राजस्थान में कई जगह तो मैक्सिमम टेंपरेचर हर दिन 45 से 50 डिग्री के बीच में रहता है

इधर असम में लोग कभी ऐसी भी नहीं खरीदते थे लेकिन आज के समय में लोगों का आज हालत इतनी बुरी हो गई है कि असम के लोगों को ऐसी भी खरीदना पड़ रहा है और इस टेंपरेचर का असर असम के चाय पत्ती की खेती में भी पढ़ रहा है

इस हाई टेंपरेचर का असर इसके पीछे जो कारण भी है इसका कारण है ग्लोबल वार्मिंग 

का कई हुमन एक्टिविटीज चाहे पेड़ पौधों को काटना हो उसकी वजह से ग्रीनहाउस गैसेस की क्वांटिटी बहुत बढ़ गई है इसकी वजह से हर साल इंडिया में टेंपरेचर बढ़ रही है हर साल करोड़ों पेड़ पौधों को काटा जा रहा है लोग पेड़ो को काटकर फर्नीचर की कोमा में उपयोग करते हैं और रोजमर्रा के कोमा में भी उपयोग करते हैं इधर जंगलों को भी काटकर शहरों में तब दिल करते हैं इसकी वजह से हर साल इंडिया में गर्मी की तापमान बढ़ती जा रही है कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है इसका सबसे बड़ा कारण है नेता लोग आप लोग सोच रहे होंगे कि इस टेंपरेचर और गर्मी से क्या लेना देना है नेता लोग का आइए समझते हैं

हर 5 साल में सरकार बदलती रहती है:- जब इलेक्शन का टाइम आता है तब नेता लोग अपने भाषण में कहता है कि आने वाले 5 सालों में भारत में इतना पेड़ पौधा लगाएंगे की भारत ग्रीन हाउस बन जाएगा लेकिन भारत में वार्षिक वृक्ष रोपण का अभियान एक दिन में 250 मिलियन पौधा लगाने की बात की थी लेकिन लगता कितना पेड़ पौधा है एक मिलियन और एक दिन में कितना पेड़ पौधा को काटते हैं लगभग 2 मिलियन के करीब सबसे बड़ा तो कारण यही है बढ़ती गर्मी और टेंपरेचर का

इसीलिए हम लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधा लगाना चाहिए इस हाई टेंपरेचर गर्मी को काम करने के लिए और कम से कम पर को काटना चाहिए
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